नई दिल्ली: चेन्नई सुपर किंगस (CSK) के कप्तान कैप्टन कूल यानी महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) क्रिकेट के मैदान पर जब भी उतरते हैं तो कोई- कोई रिकॉर्ड बना ही लेते हैं। 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में पदार्पण करने वाले धोनी ने 2019 में भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी मैच खेला था। उसके तीन साल बाद भी धोनी खेल के मैदान पर धमाल मचाते नजर आ रहे हैं। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ रविवार की रात हुए मुकाबले में धोनी ने अपने बल्ले से 8 गेंदो पर 21 रनों की ताबड़-तोड़ पारी खेली। इसमें दो छक्के भी शामिल थे।
इस मैच धोनी ने विकेटकिपिंग करते हुए एक और बड़ा रिकार्ड अपने नाम कर लिया। वे T-20 क्रिकेट में विकेट के पीछे 200 कैच लपकने वाले विश्व के पहले विकेटकीपर बन गए। दिल्ली के खिलाफ मैच में धोनी ने पहले मैच में रोवमैन पॉवेल और फिर शार्दुल ठाकुर का कैच लपका। शार्दुल के कैच लेने के साथ ही माही टी-20 फॉर्मेट में ऐसा करने वाले पहले विकेटकीपर बन गए हैं। माही ने दिसंबर 2006 में अपना पहला मैच खेला था। यह भारतीय टीम का भी पहला अंतरराष्ट्रीय मैच था।
200 कैच पूरे करने में धोनी ने कुल 347 टी-20 मैच में भाग लिया। क्रिकेट के 20-20 फॉर्मेट में दूसरे नंबर पर भी भारतीय खिलाड़ी ही मौजूद है, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक का नाम शामिल हैं। कार्तिक ने 299 टी 20 मैचों में कीपिंग की है। और इसमें उनके नाम 182 कैच दर्ज हैं। इसके बाद नंबर आता है पड़ोसी देश पाकिस्तान के विकेटकीपर कामरान अकमल ने अपने कैरियर के 282 मैच में 172 कैच लपके हैं।
आईपीएल में भी सबसे ज्यादा 129 कैच लपकने का ताज भी कैप्टन कूल के सर पर ही है। उन्होंने लीग में सबसे ज्यादा 168 शिकार किए हैं। जिसमें 39 स्टंपिंग भी शामिल हैं। T-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी धोनी ने विकेट के पीछे शिकार करने के मामले में सबको पीछे छोड़ दिया हैं। माही ने 98 मैचों में 91 शिकार किए हैं। जिसमें 34 स्टंपिंग और 57 कैच शामिल हैं। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के क्विंटन डि कॉक दूसरे नंबर पर काबिज हैं।
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