नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज (शुक्रवार को) ह्यूमन रेटेड सॉलिड रॉकेट बूस्टर का सफल परीक्षण किया। आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से एचएस400 रॉकेट (HS200 Rocket) का सफल परीक्षण किया गया है। एचएस400 रॉकेट को गगनयान कार्यक्रम के लिए तैयार किया गया है। इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक, एचएस200 रॉकेट बूस्टर जीएलएसवी एमके 3 सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल के एस 200 रॉकेट बूस्टर का ह्यूमन रेटेड वर्जन है। यह परीक्षण गगनयान कार्यक्रम के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
क्रायोजेनिक इंजन की गुणवत्ता का सफल परीक्षण
बता दें कि इससे पहले इसरो ने गगनयान कार्यक्रम के तहत तमिलनाडु के महेंद्रगिरी में 720 सेकंड के लिए क्रायोजेनिक इंजन की गुणवत्ता का परीक्षण किया था जो पूरी तरह से सफल रहा था। इसरो ने कहा कि यह सफल परीक्षण मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम-गगनयान के लिए बड़ी उपलब्धि है।
ISRO successfully completed the static test of a human-rated solid rocket booster (HS200) for the Gaganyaan Programme at Satish Dhawan Space Centre (SDSC), Sriharikota, Andhra Pradesh today at 7:20am: ISRO
(Source: ISRO) pic.twitter.com/ctY8RCPQmv
— ANI (@ANI) May 13, 2022
इसरो अंतरिक्षयान कर रहा है तैयार
अब इसरो चंद्रमा और मंगल पर मिशन भेजने के बाद शुक्र की कक्षा में भेजने के लिए एक अंतरिक्षयान तैयार कर रहा है। इस मिशन से इसरो इस बात का अध्ययन करना चाहता है कि सौर मंडल के सबसे गर्म ग्रह की सतह के नीचे क्या है? साथ ही इसे घेरे सल्फूरिक एसिड के बादलों के नीचे का क्या रहस्य है।
वैज्ञानिक उच्च परिणामों पर दें ध्यान- एस सोमनाथ
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शुक्र मिशन की कल्पना की गई है और परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है। साथ ही उन्होंने वैज्ञानिकों से उच्च प्रभाव वाले परिणामों पर ध्यान देने की बात कही।
शुक्र की कक्षा में मिशन भेजा भारते के लिए संभव- एस सोमनाथ
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने आगे कहा कि शुक्र की कक्षा में मिशन भेजना भारत के लिए बहुत कम समय में संभव है क्योंकि भारत के पास आज यह क्षमता है। इसरो शुक्र मिशन को भेजने के लिए दिसंबर 2024 का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
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