नरसिम्हानंद सरस्वती
गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के डासना में शिवशक्ति धाम के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने बीजेपी की महिला नेताओं पर दिए विवादित बयान पर माफी मांग ली है। न्यूज इंडिया संवाददाता गौरव मिश्रा ने जब उनसे इस बयानबाजी को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कहा, 'मैं न्यूज इंडिया चैनल के माध्यम से पूरे देश के सामने अपने बयान पर शर्मिंदा हूं और इसके लिए मैं आप सब से माफी मांगता हूं।' इसके पहले उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसमें वो बीजेपी की महिला नेताओं को लेकर लगातार भद्दी टिप्पणियां करते हुए नजर आ रहे थे।
इस वायरल वीडियो ने देखते ही देखते तूल पकड़ लिया और दिल्ली बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने नरसिंहानंद का वीडियो ट्वीट करते हुए NCW की अध्यक्ष रेखा शर्मा और UP पुलिस को टैग किया और उनपर कार्रवाई की मांग की थी। आपको बता दें कि इसके पहले भी वो अपने विवादित बयानों के लिए कई बार मीडिया की सुर्खियां बन चुके हैं।
इस बार भारतीय जनता पार्टी की महिला नेताओं को लेकर ही अभद्र टिप्पणी कर दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अब इस बयान ने उनकी मुसीबतें बढ़ा दी हैं। उनका समर्थन करने वाले बीजेपी नेता ही उनके विरोध में उतर गए हैं और उनपर कार्यवाही की मांग करने लगे हैं। दरअसल यति नरसिंहानंद सरस्वती किसी लाइव इंटरव्यू के लिए तैयार बैठे थे। इंटरव्यू शुरू होने से पहले ही उन्होंने बीजेपी की महिला नेताओं के बारे में जो कुछ बोला, उसे वहां पर खड़े किसी शख्स ने रिकॉर्ड कर लिया, जिसके बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और ये वायरल हो गया। वायरल वीडियो 4 जुलाई का बताया जा रहा था।
अक्टूबर 2019 में कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनके घर पर शोक व्यक्त करने पहुंचे यति दौरान नरसिंहानंद सरस्वती ने धर्म विशेष के खिलाफ टिप्पणी करते हुए धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला भाषण दिया था। इस दौरान उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने को कहा था और विवादित भाषण देने से रोकने की कोशिश भी की, लेकिन वह नहीं माने थे। जिसके बाद एसपी एलआर कुमार के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने नरसिंहा नंद सरस्वती व उनके कुछ अज्ञात समर्थकों के खिलाफ धारा 295 ए, 298 व 504 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया था।
महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पर मुंबई में ईशनिंदा का केस दर्ज किया गया, जिसके पीछे एक नाबालिग मुस्लिम लड़के के पानी पीने पर पिटाई का मामला था। अप्रैल 2021 में यह केस पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नरसिंहानंद सरस्वती के एक विवादित बयान को लेकर दर्ज किया गया है। ये केस रजा अकादमी के सईद नूरी नाम के शख्स ने पयधोनी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया है। दरअसल नरसिंहानंद सरस्वती का एक कथित वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणियां करते हुए दिखाई दे रहे थे।
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