जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के विरोध में एक प्रदर्शन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली (एजेंसी) : अमेरिका में 2020 में हत्या के मामलों में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। एफबीआई द्वारा 27 सितंबर, 2021 को जारी किए गए आंकड़ों में यह बात सामने आई है। आंकड़ों में पूरे अमेरिका में हत्या की दर में लगभग एक समान वृद्धि दिखाई गई है। तथ्य यह है कि बड़े शहरों, छोटे शहरों, उपनगरों और ग्रामीण क्षेत्रों में हत्या के मामलों में समान वृद्धि देखी गई है। इससे पता चलता है कि वृद्धि के पीछे राष्ट्रव्यापी घटनाएं महत्वपूर्ण कारक रही हैं।
साल 2020 में ऐसे मामलों में वृद्धि का एक स्पष्ट कारण कोविड-19 महामारी को माना जा रहा है। अपराध विज्ञानी बताते हैं कि हत्या की दर कई कारकों से प्रभावित होती है। साल 2020 में जो हुआ वह विभिन्न घटनाओं का एक चक्र है। जिसने हत्याओं में वृद्धि के लिए आदर्श परिस्थितियों का निर्माण किया।
तनाव बढ़ना और सहयोग की कमी
कोविड-19 का एक असर संभवत: यह हुआ कि इस दौरान लोग मनोवैज्ञानिक और वित्तीय दबाव में आ गए। अपराध विज्ञानी काफी पहले से तनाव और आपराधिक व्यवहार के बीच संबंधों की ओर इशारा करते रहे हैं। बेरोजगारी, अकेलापन और भविष्य को लेकर अनिश्चितता जैसे तनावों के कारण कुंठा और आक्रोश बढ़ सकता है। इन नकारात्मक भावनाओं से जूझ रहे लोग अपराध की ओर मुड़ने के मामले में अधिक संवेदनशील होते हैं। अध्ययन बताते हैं कि वित्तीय तनाव और सामाजिक सहयोग का अभाव मिलकर किस तरह संपूर्ण हत्या दर को प्रभावित करते हैं।
लेकिन कोरोना महामारी 2020 की एकमात्र बड़ी घटना नहीं थी, जिसके चलते हत्या की दरों में वृद्धि हुई हो। उसी साल मई में मिनियापोलिस में एक पुलिस अधिकारी ने एक अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या कर दी थी। फ्लॉयड की हत्या और उसके बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों ने पुलिस की वैधता पर संकट खड़ा कर दिया। संक्षेप में, इसका अर्थ यह हुआ कि पुलिस पर नागरिकों का विश्वास कम हो गया।
'फर्ग्यूसन प्रभाव'
फ्लॉयड की हत्या के बाद पुलिस पर भरोसा नाटकीय रूप से कम हुआ तो आम जनता के द्वारा अपराधों की जानकारी देने के मामलों में कमी आने लगी। लोगों को लगा कि ऐसे मामलों की जानकारी देने पर कहीं उन्हें भी आपराधिक न्याय प्रणाली के झंझट में न फंसना पड़ जाए। अमेरिका में अपराध की जानकारी देने के लिये 911 पर कॉल की जाती है। दरअसल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में डेसमंड एंग ने अपने सहयोगियों के साथ आठ शहरों का अध्ययन किया था। उनके शोध से पता चलता है कि फ्लॉयड की मृत्यु के बाद उन शहरों में 911 पर कॉल आना काफी कम हो गया।
ये भी पढ़ें : रामलीला में राम बनने वाले मुस्लिम कलाकार को जान से मारने की धमकी
अमेरिका में हत्या के मामलों में वृद्धि का एक कारण फर्ग्यूसन प्रभाव को भी माना जाता है। अमेरिका के मिसौरी शहर के फर्ग्यूसन में 2014 में एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने अश्वेत व्यक्ति माइकल ब्राउन की हत्या कर दी। लेकिन अदालत ने पुलिस अधिकारी को गोली मारने का आरोपी नहीं माना। जिससे लोगों का पुलिस पर से भरोसा कम हुआ और अपराध की जानकारी देने के मामलों में कमी आई। इससे अपराधियों के हौसले बुलंद हुए और अपराध में वृद्धि हुई।
बंदूक रखना आम
अमेरिका में हत्या के मामलों में वृद्धि का एक कारण लोगों की बंदूकों तक आसान पहुंच को भी माना जाता है। इस बात के भी सबूत मिले हैं कि 2020 में बंदूक हासिल करने के मामलों में वृद्धि हुई है। अपराध विश्लेषक जेफ आशेर और डेटा वैज्ञानिक रॉब आर्थर ने पाया कि 10 शहरों में पुलिस ने 2020 में कम गिरफ्तारियां कीं, लेकिन बंदूक बरामदगी की संख्या बढ़ गई। इससे पता चलता है कि 2020 में अधिक लोग अवैध रूप से बंदूकें रुखे हुए थे। अनुसंधान के आधार पर लंबे समय से माना जाता रहा है कि बंदूक तक आसान पहुंच और हत्याओं की उच्च दर में कहीं न कहीं एक महत्वपूर्ण संबंध है।
Leave Comments