संवाद कार्यक्रम में इंद्रेश कुमार को पुष्प गुच्छ देते न्यूज इंडिया के एडिटर इन चीफ सरफराज़ सैफ़ी
नई दिल्लीः शनिवार को कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में आयोजित कार्यक्रम 'संवाद' में कोरोना संकट एवं उससे बचाव के लिए किए गए केंद्र की मोदी सरकार के उपायों पर एक गोष्ठी की गई। इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। न्यूज़ इंडिया के एडिटर इन चीफ़ सरफराज़ सैफी ने पुष्प गुच्छ से इंद्रेश कुमार जी का स्वागत किया। इंद्रेश कुमार ने कहा हिंदुस्तान सर्व समावेशी मुल्क है। भारत ने हमेशा अल्प संख्यकों के हक की आवाज़ उठाई।
राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल ने भारतीय संस्कृति और खानपान को स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी बताया। News India के एडिटर इन चीफ़ ने इस 'संवाद' को वक़्त की जरूरत बताया। उन्होंने आयोजकों को साधुवाद दिया कि कोरोना के संकट काल में ऐसे 'संवाद' बेहद जरूरी हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा, चिंता से चिंतन और चिंतन से एक्शन होगा तो नया भारत बनेगा। भ्रष्टाचार का खात्मा होगा तो नया भारत बनेगा। भारत ने कभी भोग का सम्मान नहीं किया, त्याग का सम्मान करता है। उन्होंने आगे कहा, दैन्यम आराध्यम और मेडीवैज हेल्थ फाउंडेशन की ओर से आयोजित संवाद में इंद्रेश कुमार ने स्वतंत्रता की कीमत खून बताया। उन्होंने चिंता से चिंतन तक स्वस्थ समाज का निर्माण विषय पर कयी सारगर्भित बातें कहीं।
इस दौरान ये बताया गया कि कोविड -19 महामारी ने हमारी अर्थव्यवस्था और आजीविका के लिए एक बड़ा व्यवधान पैदा किया है। ये व्यवधान सिर्फ हमारे देश में ही नहीं थी बल्कि पूरा विश्व इस संकट से जूझ रहा है। भारत में, स्वास्थ्य और आय पर प्रभाव कई लोगों के लिए विनाशकारी रहा है।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी 1.34 अरब से अधिक जनसंख्या वाले भारत को इस महामारी के संक्रमण को नियंत्रित करने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन हमारी सरकार इस मामले को लेकर पहले से ही सक्रिय थी। केंद्र और राज्य सरकारों ने महामारी से बचाव के लिए कई उपाय किए और कई युद्धकालीन प्रोटोकॉल तैयार किए।
ये संवाद कार्यक्रम दिल्ली के constitution club में शनिवार की शाम आयोजित किया गया। News India इस कार्यक्रम में media partner है। कार्यक्रम में कई समाज सेवी और वरिष्ठ पत्रकारों ने भी शिरकत की।
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