Anuj Shirvastav on Rabias House
मैं न्यूज़ इंडिया से अनुज श्रीवास्तव। जब राबिया के घर हम पहुंचे तो तस्वीर देख कर दंग रह गए। जब हम अपने ऑफिस से निकले तो लगा नहीं था कि राबिया की कहानी के पीछे इतनी बातें छिपी होंगी। संगम विहार की एक संकरी सी गली में राबिया का घर था। घर के बाहर लोगों का जमावाड़ा लगा हुआ था. महिलाएं नारे लगा रहीं थीं. लोग पोस्टर बैनर लिए खड़े थे। इसके बाद हम घर के अंदर गए और राबिया के माता पिता से बात करनी शुरु की। इंटरव्यू के दौरान राबिया की मां के आंसू पल भर के लिए भी नहीं रुके। हर एक बात पर राबिया की मां फूंट फूंट कर रो रहीं थीं। जाहिर है जिस लड़की के उपर पूरे घर की जिम्मेदारी थी, जिसकी उम्र महज 21 बरस थी। ऐसे में अगर वो दुनिया से चली जाए तो मां का बेहाल होना लाजमी है।
बातों का सिलसिला आगे बढ़ा और परत दर परत बातें सामने आने लगीं, और फिर हमें लगा कि कहानी उतनी सीधी नहीं हैं जितनी दिखाई पड़ रही है। हमने फैसला लिया दिल्ली से हरियाणा जाने का और पहुंच गए फरीदाबाद के सूरजकुंड थाने। हमें लगा कि शायद यहां से हमारे हाथ कुछ लगे, लेकिन यहां के एसएचओ साहब ने कैमरे पर बात करने से साफ मना कर दिया। लेकिन हां... कैमरे के पीछे उनसे काफी बातें हुईं। इस बातचीत में ये बात भी निकल कर आई कि दिल्ली पुलिस की ओर से निजामुद्दीन (जो कि खुद को राबिया का पति बता रहा है) को लेकर स्पॉट पर पहुंची ही नहीं। हमारा दिमाग थोड़ा सा ठनका। दरअसल सेरेंडर के बाद दिल्ली पुलिस ने सूरजकुंड पुलिस को सूचना दी। फिर सूरजकुंड पुलिस ने वहां पर जाकर शव को बरामद किया।
हमारे मन में सवाल उठा कि ऐसी क्या मजबूरी थी कि दिल्ली पुलिस निजामुद्दीन को स्पॉट पर लेकर नहीं पहुंची। हरियाणा पुलिस अब 302 का मुकदमा लिखकर आगे की जांच कर रही है और अब निजामुद्दीन की रिमांड की मांग भी करेगी। खैर हम चाहते तो वहां से दफ्तर वापस आ सकते थे। लेकिन हमने कहा कि एक बार स्पॉट पर जाकर देखना चाहिए कि आखिर राबिया को कहां पर और कैसे मारा गया होगा। हमने अपनी गाड़ी पाली रोड की ओर मोड़ दी और पहुंच गए स्पॉट पर जहां से राबिया का शव बरामद हुआ था।
हमने अपने चारो ओर देखा। रोड काफी चलती फिरती दिखी। गाड़ियों की आवाजाही बराबर थी। जहां पर किसी से अगर हाथापाई भी हो जाए तो 10 गाड़ियां रुक जाएंगी। लेकिन कहा ये जा रहा है कि राबिया का कत्ल यहीं हुआ है। हमारा दिमाग फिर ठनका। इतनी चलती रोड के किनारे झाड़ियों में कोई किसी के उपर चाकूओं से इतने वार कैसे कर सकता है क्या राबिया चिल्लाई नहीं होगी? क्या राबिया खुद को बचाने के लिए रोड की तरफ नहीं भागी होगी? कोई अकेला आदमी ऐसे कत्ल को कैसे अंजाम दे सकता है?
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